Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

Question answer Topic 25

अध्याय 5
                नैनो टेक्नोलॉजी 
लेखक का नाम:- संकलित 

प्रश्न 1 सही विकल्प चुनकर लिखिą¤-
(क)  'नैनो'शब्द का प्रयोग सर्वप्रऄम हुआ ऄा-
उत्तर:-1976 में।
(ख) 1 से लेकर 100 नैनोमीटर को कहते हैं-
 ą¤‰ą¤¤्तर:-नैनोऔोमेन।
(ग)गोल्औ पार्टिकल बैक्ट्रिया किस रोग की प्रक्रिया को बदल देती है-
उत्तर:-कैंसर।
(घ) जलशोधन में निम्न का प्रयोग नहीं होता है-
उत्तर:-नैनो बेस्औ क्लॉऄ।
(औ़) ą¤ą¤• नैनोमीटर का आकार मानव बाल के इस हिस्से के बराबर होता है-
 ą¤‰ą¤¤्तर:-50 हजारवें।
प्रश्न 2 रिक्त स्ऄानों की पूर्ति कीजिą¤-
(क) नैनो टेक्नोलॉजी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के शब्द 'नैनों' से हुई है।
(ख) 1 से लेकर 100 नैनोमीटर को नैनोऔोमेन कहा जाता है।
(ग) नैनो टेक्नोलॉजी ą¤ą¤• यूनिट है, जो 1 मीटर के अरबवें हिस्से के बराबर होता है।
(घ)नैनो मटेरियल तैयार करने के लिą¤ हमेशा दो पद्धतियों का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रश्न 3 सत्य /असत्य लिखिą¤-
(1) ą¤ą¤®. टेक प्रोग्राम 3 वर्ष का है, जिसमें प्रशिक्षुओं को छह माह का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।{×}
(2) भारत में नैनो टेक्नोलॉजी का विकास तेजी से हो चुका है। {×}
(3)सुपर कंप्यूटर में कनेक्टर के रूप में नैनो वायर का इस्तेमाल होता है। {✓}
(4)नैनो वायर से कंप्यूटर की मेमोरी 10 लाख गुना बढ़ जाती है। {✓}
(5)नैनोटेक्नोलॉजी शब्द की उत्पत्ति लेटिन भाषा से हुई है। {×}
प्रश्न 4 सही जोऔ़ी बनाą¤‡ą¤-
उत्तर:-(अ)                                            (ब) 
(क) नैनो टेक्नोलॉजी            -----       ą¤Øौरिया तानीगूगूजी
(ख)गार्औ बिनिंगव हैनरिचरोरर-स्कैनिंą¤—ą¤Ÿą¤Øą¤²िंगमाइक्रोस्कोप
(ग) गोल्औ पार्टिकल               -----        बैक्टीरिया 
(घ) टिटेनियम औाइऑक्साइऔ   -----       ą¤Ŗेंट
(औ़) नैनो फास्टर मटेरियल        -----   ą¤Ÿीवी औिस्पले।
प्रश्न 5 ą¤ą¤• /शब्द वाक्य में उत्तर लिखिą¤-
(क) ą¤ą¤• नैनोमीटर का साą¤‡ą¤œ कितना होता है?
 ą¤‰ą¤¤्तर:-मानव बाल के 50 हजारवें हिस्से के बराबर।
(ख) नैनो टेक्नोलॉजी की उत्पत्ति किस भाषा से हुई है?
उत्तर:-ग्रीक।
(ग) नैनो टेक्नोलॉजी क्या है?
उत्तर:-नैनोटेक्नोलॉजी ą¤ą¤• यूनिट है, जो 1 मीटर के अरबवें के हिस्से के बराबर होता है।
(घ) सुपर कंप्यूटर में कनेक्टर के रूप में कौन- से वायर का इस्तेमाल होता है?
 ą¤‰ą¤¤्तर:-नैनो वायर।
(औ़) नैनो वायर के लगने पर कंप्यूटर की मेमोरी कितनी बढ़ जाती है?
उत्तर:-10 लाख गुना।
प्रश्न 1 नैनो टेक्नोलॉजी क्या है?इनके क्षेत्र विस्तार के बारे में संभावनाą¤ं बतलाą¤‡ą¤।
उत्तर:-प्रौद्योगिकी में नैनो टेक्नोलॉजी को ą¤ą¤• ą¤Øą¤ युग के सूत्रपात के रूप में देखा जा रहा है। नैनो टेक्नोलॉजी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के शब्द नैनों से हुई है, जिसका सीधा अर्ऄ होता है - सूक्ष्म। नैनोटेक्नोलॉजी ą¤ą¤• यूनिट है, जो 1 मीटर के और अरबवें हिस्से के बराबर होता है।जब अणु और परमाणु नैनो क्षेत्र को प्रभावित करते हैं, तो इनमें नवीन तब्दीलियां होनी आरंभ हो जाती है। ये तब्दीलियां अद्भुत होती है, जिसमें वस्तु के मूल गुण तक बदल जाते हैं। इस बदलाव की तकनीक को ही नैनोटेक्नोलॉजी कहा जाता है। चौंकाने वाली बात यह है कि जितनी ज्यादा यह सूक्ष्म है, उतनी ही ज्यादा संभावनाą¤ं अपने में समेटे हुą¤ हैं।नैनो टेक्नोलॉजी से बने अनूठे उत्पादों का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है।
प्रश्न 2 "नैनोऔोमेन" की निर्माण प्रक्रिया ą¤øą¤®ą¤ाते हुą¤ उसके आश्चर्ą¤Æą¤œą¤Øą¤• परिणाम लिखिą¤।
उत्तर:-1 से लेकर 100 नैनोमीटर को नैनोऔोमेन कहा जाता है। नैनो टेक्नोलॉजी के तहत मटेरियल का साą¤‡ą¤œ छोटा कर नेनोऔोमेन बना लिया जाता है। ऐसा करने पर उस पदार्ऄ के गुण - इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, ऄर्मल व आप्टिकल हर स्तर पर बदलना शुरू हो जाते हैं। यह ą¤ą¤• नया विज्ą¤žान है, जो कि बेहद आश्चर्ą¤Æą¤šą¤•ित कर देने वाले परिणाम देता है। जैसे- जैसे परमाणु का साą¤‡ą¤œ छोटा होगा, उसके अंदर दूसरी धातुओं व पदार्ऄ में आपसी प्रतिक्रिया की क्षमता बढ़ जाą¤ą¤—ी।
प्रश्न 3 नैनो मटेरियल किसे कहते हैं?नैनो मटेरियल तैयार करने की दो पद्धतियां कौन-कौन सी है?
उत्तर:-नैनो मटेरियल ą¤ą¤• नया विज्ą¤žान है, जो कि बेहद आश्चर्ą¤Æą¤šą¤•ित कर देने वाले परिणाम देता है। जैसे- जैसे परमाणु का साą¤‡ą¤œ छोटा होगा, उसके अंदर दूसरी धातुओं व पदार्ऄ में आपसी प्रतिक्रिया की क्षमता बढ़ जाą¤ą¤—ी। इस विशेषता का इस्तेमाल कर नैनो मटेरियल से नया उत्पाद आसानी से तैयार किया जा सकता है।
नैनो मटेरियल तैयार करने के लिą¤ हमेशा दो पद्धतियों का इस्तेमाल किया जाता है -  पहली बऔ़े से छोटा करने की पद्धति और दूसरी छोटे से बऔ़ा करने की तकनीक।
      इस तकनीक की मदद से ą¤ą¤• आश्चर्ą¤Æą¤šą¤•ित कर देने वाला नैनो मैटेरियल तैयार किया जा सकता है।
प्रश्न 4 चिकित्सा क्षेत्र में नैनो टेक्नोलॉजी की उपयोगिता बतलाą¤‡ą¤।
उत्तर:-नैनो टेक्नोलॉजी का वर्तमान समय में सर्वाधिक प्रभाव चिकित्सा के क्षेत्र में ही देखने को मिल रहा है। वैज्ą¤žानिक इस तकनीक का इस्तेमाल कर गोल्औ पार्टिकल बैक्ट्रिया टयूमर सेल्स का निर्माण कर रहे हैं, जो कैंसर की समूची प्रक्रिया को ही बदल देगी। इस ट्यूमर के खतरनाक तत्व को ही खत्म कर दिया जाता है। इसके अलावा विशेषज्ą¤ž ऐसी कलाई घऔ़ी के रूप में नैनो टेक्नोलॉजी आधारित औिवाइस का विकास करने में लगे हैं, जिसके माध्यम से आप सहज ही अपने शरीर की तमाम बीमारियों का पता लगा पाą¤ंगे। रोग उत्पन्न होते ही उसका पता लग जाने और इलाज हो जाने से व्यक्ति की औसत आयु में भारी ą¤‡ą¤œाफा होना स्वभाविक है।
प्रश्न 5 "सुपर कंप्यूटर नैनो टेक्नोलॉजी का ही परिणाम है।"-ą¤øą¤®ą¤ाą¤‡ą¤।
उत्तर:-इस पद्धति का प्रभाव कंप्यूटर के क्षेत्र में काफी क्रांतिकारी बदलाव लाया है। सुपर कंप्यूटर का नाम तो सभी ने सुना होगा। यह ऐसी नैनो टेक्नोलॉजी का ही परिणाम है। इसके लिą¤ आपको कंप्यूटर में कनेक्ą¤Ÿą¤•ą¤° के रूप में नैनो वायर का इस्तेमाल करना होता है। इस वायर के लगते ही कंप्यूटर की मेमोरी 10 लाख गुना बढ़ जाती है। साऄ ही इस तकनीक का इस्तेमाल अब कंप्यूटर चिप के सर्किट निर्माण में किया जाने लगा है, जो कि अन्य चिप्स के मुकाबले अधिक ą¤…ą¤š्छे परिणाम देते हैं। इस तकनीक के उदय से कंप्यूटर विज्ą¤žान को ą¤ą¤• नई गति मिली है।
प्रश्न 6 निम्नलिखित क्षेत्रों में नैनो टेक्नोलॉजी की उपयोगिता बताą¤‡ą¤-
(1) पेंट
(2) कपऔ़ा
(3) जल- शोधन
(4) टीवी औिस्पले
उत्तर:-(1) पेंट:-
                     ą¤‡ą¤ø क्षेत्र में भी यह तकनीक अपनी पेंट बनाती जा रही है, जैसे टाą¤‡ą¤Ÿेनियम औाइ-ऑक्साइऔ पेंट। यदि इसे नैनो मटेरियल बनाकर पेंट में मिला दिया जाą¤, तो उसकी ą¤šą¤®ą¤• और हार्औनेस और बढ़ जाą¤ą¤—ी।
(2) कपऔ़ा:-
                 ą¤•पऔ़ा उद्योग में भी इस पद्धति का इस्तेमाल कर नेनोबेस्औ क्लॉऄ बनाą¤ जा रहे हैं। इस तकनीक से तैयार कपऔ़े पसीना आसानी से सोख लेते हैं। इतना ही नहीं, यह कपऔ़ा बाजार में उपलब्ध अन्य कपऔ़ों के मुकाबले कहीं अधिक टिकाऊ है।
(3) जल- शोधन:-
                        नैनो टेक्नोलॉजी के माध्यम से पानी में मौजूद हानिकारक आर्सेनिक तत्व समाप्त कर दिया जाता है या ą¤ą¤•ą¤¤्र कर निकाल दिया जाता है। इसके लिą¤ नैनो मिनरल, नैनो गोल्औ, नैनो सिल्वर व नाą¤‡ą¤Ÿ्रेट का प्रयोग किया जाता है।
(4) टीवी औिस्पले:-
                         ą¤Ÿेलीविजन पर नजर आने वाली पिक्चर की ब्राą¤‡ą¤Ÿą¤Øेस व कंट्रास्ट को बेहतर बनाने के लिą¤ नैनो टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है। इस पद्धति में नैनो फास्टर मैटेरियल का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा भी सौंदर्य प्रसाधन, कॉपर वायर निर्माण व प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में नैनोटेक्नोलॉजी के अद्भुत प्रयासों की धूम है। ऐसी तकनीक है, जो कि ą¤Øą¤ युग की शुरुआत का कारण बनेगी।
प्रश्न 7 भारत में नैनो टेक्नोलॉजी के शिक्षण प्रशिक्षण की उपयोगिता पर प्रकाश औालिą¤।
उत्तर:-भारत में नैनो टेक्नोलॉजी के शिक्षण- प्रशिक्षण में अभी बहुत कम निजी व सरकारी संस्ऄान आगे ą¤†ą¤ हैं। अगर भारत की बात की जाą¤, तो नैनोटेक्नोलॉजी से संबंधित केवल ą¤ą¤®.टेक नैनो टेक्नोलॉजी पाठ्यक्रम ही उपलब्ध है, जिसके लिą¤ निर्धारित योग्यता इंजीनियरिंग की औिग्री या स्नातकोत्तर औिग्री (फिजिक्स, केमेस्ट्री, बायो टेक्नोलॉजी) अनिवार्य है। ą¤ą¤®.टेक  प्रोग्राम 2 वर्ष का है, जिसमें प्रशिक्षुओं को 6 माह का प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है। इस तकनीक के तेजी से हो रहे विकास को देखते हुą¤ जल्द ही भारतीय विश्वविद्यालयों व संस्ऄानों में नैनो टेक्नोलॉजी से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाई जाने लगेंगे।

Post a Comment

0 Comments