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लाइसोसोम: संरचना और कार्य (Lysosome: Structure and Function in Hindi),लाइसोसोम की परिभाषा(definition of lysosome),लाइसोज़ोम की खोज (Discovery of lysosomes),लाइसोसोम कहाँ पाए जाते हैं? (Where Are Lysosomes Found?),लाइसोसोम की उत्पत्ति (Origin of Lysosome)

 लाइसोसोम: संरचना और कार्य

(Lysosome: Structure and Function in Hindi)

🔷 परिचय (Introduction): लाइसोसोम एक झिल्ली से घिरा हुआ कोशिकांग (organelle) है जो कोशिका में अपघटन (decomposition) या पाचन (digestion) का कार्य करता है। यह कोशिका का "सफाई कर्मचारी" (Scavenger) या "आत्महत्या की थैली" (Suicide Bag) भी कहा जाता है, क्योंकि यह अनावश्यक या खराब हो चुकी कोशिकीय रचनाओं को नष्ट करता है।

🔷 लाइसोसोम की परिभाषा(definition of lysosome) 

यह गाल्जी उपकरण द्वारा निर्मित झिल्ली युक्त गोले होते हैं इनकी संरचना अंडाशय या गोलाकार थैली के समान होती है सफेद रक्त कणिकाएं (WBC) मैं पाई जाने वाले लाइसोसोम में एंजाइम पाए जाते हैं जो बाहरी पदार्थ एवं जीवाणु को पचाने का कार्य करते हैं लाइसोसोम कहलाता है।

लाइसोज़ोम की खोज (Discovery of lysosomes)

लाइसोज़ोम की खोज क्रिश्चियन डी ड्यूव (Christian de Duve) ने 1955 में की थी। वे एक बेल्जियम के जीवविज्ञानी थे। उन्होंने कोशिकाओं के अंदर उपस्थित इन झिल्ली से घिरे संरचनाओं को सबसे पहले पहचाना, जो एंजाइम्स की सहायता से अपशिष्ट पदार्थों को पचाने का कार्य करते हैं। इसके लिए उन्हें 1974 में चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार भी मिला था।

🧫 लाइसोसोम की संरचना (Structure of Lysosome):

✅ 1. आकृति और आकार:- गोल या अंडाकार छोटे थैलों जैसे होते हैं।

- इनका आकार लगभग 0.1 – 1.2 माइक्रोमीटर होता है।

✅ 2. एकल झिल्ली (Single Membrane):- लाइसोसोम एकल झिल्ली (single membrane) से घिरा होता है जो इसके अंदर की एंजाइम्स को नियंत्रित करता है ताकि वे कोशिका के दूसरे भागों को नुकसान न पहुंचाएं।

✅ 3. एंजाइम की उपस्थिति (Presence of Enzymes):- इनमें लगभग 40 से अधिक हाइड्रोलाइटिक एंजाइम (Hydrolytic Enzymes) होते हैं जैसे — प्रोटीज़ (Protease), लिपेज़ (Lipase), न्यूक्लिएज़ (Nuclease) आदि।

- ये एंजाइम अम्लीय pH (लगभग 5) पर सक्रिय रहते हैं।

⚙️ लाइसोसोम के कार्य (Functions of Lysosome):

🔸1. अपचयन कार्य (Digestive Function):- लाइसोसोम बाहरी कणों (जैसे बैक्टीरिया, वायरस) या पुराने अंगकों को पचाकर हटाते हैं।

- यह सेलुलर डिफेंस (Cellular defense) में मदद करता है।

🔸2. ऑटोफैगी (Autophagy):- जब कोई अंगक (organelle) पुराना या खराब हो जाता है, तो लाइसोसोम उसे पचाकर नष्ट करता है।

- इसे आंतरिक पाचन प्रक्रिया कहते हैं।

🔸3. आत्महत्या थैली (Suicidal Bag):- जब कोशिका गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त होती है, तो लाइसोसोम की झिल्ली फट जाती है और एंजाइम पूरा सेल नष्ट कर देते हैं।

-इस प्रक्रिया को ऑटोलाइसिस (Autolysis) कहते हैं।

🔸 4. पोषण की आपूर्ति: भोजन के बड़े अणुओं को छोटे अणुओं में तोड़कर उपयोगी बनाता है, जिससे कोशिका को ऊर्जा मिलती है।

🔸5. भ्रूण विकास में भूमिका: भ्रूण के विभिन्न अंगों के विकास के दौरान अनावश्यक कोशिकाओं को नष्ट करता है।

📍 लाइसोसोम कहाँ पाए जाते हैं? (Where Are Lysosomes Found?)

- ये सभी यूकेरियोटिक (Eukaryotic) कोशिकाओं में पाए जाते हैं।

- पशु कोशिकाओं में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है।

- पौधों में इसकी जगह रिक्तिकाये (Vacuole) कुछ हद तक यही कार्य करता है।

🔬 लाइसोसोम की उत्पत्ति (Origin of Lysosome):

-लाइसोसोम का निर्माण गोल्गी बॉडी (Golgi Body) द्वारा होता है।

-यहां से झिल्ली और एंजाइम्स बनकर लाइसोसोम में एकत्रित होते हैं।

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