गाल्जी उपकरण की संरचना और कार्य (Structure and Function of Golgi Apparatus in Hindi)
🔷 परिचय(Introduction) गाल्जी उपकरण, जिसे गाल्जी बॉडी या गाल्जी कॉम्प्लेक्स भी कहा जाता है, एक झिल्ली से घिरा हुआ कोशिकांग (organelle) है जो यूकैरियोटिक कोशिकाओं (eukaryotic cells) में पाया जाता है। इसका मुख्य कार्य प्रोटीन और लिपिड्स (वसा अणुओं) को संसोधित करना, पैकेज करना और कोशिका के विभिन्न भागों में या कोशिका से बाहर भेजना होता है ।
🔷 गाल्जी उपकरण परिभाषा (Defination Golgi Apparatus) यह साइटोप्लाज्मा में केन्द्रक के समीप पाई जाने वाली एक सुक्ष्म नलिकाओं झिल्लीनुमा संरचना होती है यह चपटी परतों में पाई जाती है जिसमें धागे के समान कई अतिसूक्ष्म लघुकोष होते हैं गाल्जी बॉडी (Golgi Body) में लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) नहीं पाई जाती है।
🔷 संरचना (Structure) गाल्जी उपकरण की संरचना मुख्य रूप से सपाट और झिल्ली से बनी थैलीनुमा संरचनाओं की एक श्रृंखला होती है, जिन्हें सिस्टर्नी (cisternae) कहा जाता है। ये सिस्टर्नी परतों में एक-दूसरे के ऊपर व्यवस्थित रहती हैं।
गाल्जी उपकरण को तीन मुख्य भागों में बाँटा जाता है:
- सिस फेस (Cis Face): यह वह भाग है जो एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (ER) की ओर स्थित होता है और वहीं से प्रोटीन और लिपिड्स प्राप्त करता है।
- मेडियल सिस्टर्नी (Medial Cisternae): यह मध्य भाग है जहाँ अणुओं का संशोधन (modification) होता है जैसे कि ग्लाइकोसिलेशन।
- ट्रांस फेस (Trans Face): यह वह छोर है जहाँ से संशोधित अणुओं को वेसीकल्स (vesicles) में पैक करके अन्य स्थानों पर भेजा जाता है।
🔷 कार्य (Functions):
- प्रोटीन और लिपिड्स का संसोधन : गाल्जी उपकरण प्रोटीन पर शर्करा (carbohydrates) जोड़ता है, जिससे ग्लाइकोप्रोटीन बनते हैं।
- पैकेजिंग और ट्रांसपोर्ट: संसोधित अणुओं को छोटे वेसीकल्स में पैक कर कोशिका के अन्य भागों या बाहर भेजा जाता है।
- लाइसोजोम का निर्माण: गाल्जी उपकरण एंजाइम्स को पैक कर लाइसोजोम्स बनाता है, जो कोशिका के अपशिष्ट पदार्थों को नष्ट करते हैं।
- प्लाज्मा मेम्ब्रेन की मरम्मत: यह झिल्ली निर्माण के लिए आवश्यक लिपिड्स और प्रोटीन प्रदान करता है जिससे कोशिका झिल्ली की मरम्मत होती है।
- स्त्रावण (Secretion): हार्मोन, एंजाइम्स आदि को बाहर भेजने का कार्य भी गोल्जी उपकरण करता है।
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