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Structure and Function ofSimple Squamous Epithelium,शल्कीय सरल उपकला ऊतक की परिभाषा (Definition of Squamous Simple Epithelium Tissue)

शल्कीय सरल उपकला ऊतक (Simple Squamous Epithelium) – संरचना व कार्य

(Structure and Function in Hindi)

🔷 परिचय (Introduction):

शल्कीय सरल उपकला ऊतक एक प्रकार का एपिथीलियल टिशू होता है, जो अत्यंत पतली, चपटी और एक परत वाली कोशिकाओं से मिलकर बना होता है। इसका मुख्य कार्य अवक्रमण (diffusion), परासरण (osmosis), अवशोषण (absorption) और परिरक्षण (protection) होता है।

 शल्कीय सरल उपकला ऊतक की परिभाषा (Definition of Squamous Simple Epithelium Tissue)

यह फेल्ट सेल की केवल एक परत की बनी होती है कोशिकाएं छोटी छोटी पतली प्लेटों जैसी लगती है जो आपस में एक दुसरे से सटी हुई होती है यह पतली एवं चिकनी सतह पर पाई जाती है इनकी कोशिकाओं के नीचे आधार कला (Basment Membrane) पाई जाती है 

उदाहरण - हृदय(Heart), रक्त वाहिनियां(blood vessels),लींग वाहिनियां(Ling vessels), वायुकोश(alveoli of lungs),

🔬 संरचना (Structure):- यह ऊतक एक पतली और  समतल कोशिकाओं की एक परत से बना होता है।

-कोशिकाएं अंडाकार या बहुभुजाकार होती हैं और एक-दूसरे से निकटता से जुड़ी रहती हैं।

-इनकी नाभिक (nucleus) चपटी और केंद्र में स्थित होती है।

-यह ऊतक बेसमेंट मेम्ब्रेन (basement membrane) पर टिका होता है, जो इसे अन्य ऊतकों से जोड़ता है।

 स्थिति (Location):

🔹फेफड़ों की वायुकोष्ठिकाएं (Alveoli):- गैसों के आदान-प्रदान के लिए

🔹ग्लोमेरुलस (Glomerulus):- वृक्क निस्यंदन (filtration) के लिए

🔹रक्त वाहिनियों की अंदरूनी परत (Endothelium) :- पोषक तत्वों व गैसों के अवक्रमण के लिए

🔹हृदय व लसिका वाहिनियों की परत :-प्रवाह को सुगम बनाने हेतु

🔹सेरोसा (Serosa) जैसे पेरीटोनियम, प्लूरा आदि की परत 

⚙️ कार्य (Functions):

1. गैसों का आदान-प्रदान (Diffusion): यह ऊतक फेफड़ों की वायुकोष्ठिकाओं में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड के आदान-प्रदान में सहायक है।

2. निस्यंदन (Filtration): वृक्क के ग्लोमेरुलस में अपशिष्ट पदार्थों को छानने में मदद करता है।

3. पारगम्यता (Permeability): यह ऊतक पदार्थों को एक दिशा से दूसरी दिशा में जाने की अनुमति देता है।

4. घर्षण से सुरक्षा (Protection from Friction): सेरोस झिल्लियों पर पाया जाता है जो अंगों के बीच घर्षण को कम करता है।

🧾 विशेषताएँ :

- अत्यधिक पतला और पारगम्य ऊतक

- तेज़ गति से पदार्थों का आवागमन

- एक परत से बना (सरल उपकला)

-सक्रिय अवशोषण या स्राव का कार्य नहीं करता

-यह ऊतक अल्पकालिक यांत्रिक क्षति सहन कर सकता है

शल्कीय सरल उपकला ऊतक के प्रकार (Types):

शल्कीय सरल उपकला ऊतक (Simple Squamous Epithelium) के प्रकार मुख्यतः इसकी स्थिति और कार्य के आधार पर दो प्रमुख भागों में वर्गीकृत किए जाते हैं:

1. एंडोथीलियम (Endothelium):- यह हृदय (Heart), रक्त वाहिनियों और लसिका वाहिनियों की भीतरी सतह पर पाया जाता है।

- इसका कार्य रक्त और लसिका के प्रवाह को सरल और बिना घर्षण के बनाए रखना है।

- यह रक्त वाहिकाओं की पारगम्यता को नियंत्रित करता है।

2. मेसोथीलियम (Mesothelium):- यह ऊतक गुहा झिल्लियों (Body Cavities) जैसे प्लूरा (फेफड़ों की झिल्ली), पेरीटोनियम (पेट की झिल्ली) और पेरिकार्डियम (हृदय की झिल्ली) में पाया जाता है।

- इसका कार्य अंगों के बीच घर्षण को कम करना और चिकनाई प्रदान करना है।

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