वसा ऊतक (Adipose Tissue)
(Structure, Function and Types of Adipose Tissue – In Hindi)
🔷 परिचय (Introduction):
वसा ऊतक एक विशेष प्रकार का संयोजी ऊतक होता है, जिसमें वसा (Fat) जमा होती है। यह शरीर के ऊष्मा नियंत्रण, ऊर्जा भंडारण, और अंगों की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह त्वचा के नीचे, अंगों के चारों ओर तथा अस्थियों की मज्जा में पाया जाता है।
📘 परिभाषा (Definition):
"वसा ऊतक वह संयोजी ऊतक है जिसमें विशेष कोशिकाएं (एडिपोसाइट्स) होती हैं, जो शरीर में वसा को संग्रहित करती हैं और ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करती हैं।"
संरचना (Structure):
- वसा ऊतक मुख्य रूप से एडिपोसाइट्स (Adipocytes) नामक कोशिकाओं से बना होता है।
- एडिपोसाइट्स कोशिकाएं बड़ी, गोलाकार होती हैं जिनके अंदर एक बड़ी वसायुक्त रिक्तिका (Fat vacuole) होती है।
- कोशिका का केंद्रक और साइटोप्लाज्म किनारे की ओर दबा होता है।
- ऊतक के चारों ओर रक्त वाहिकाएं होती हैं, जिससे यह ऊतक सक्रिय रूप से ऊर्जा विनिमय करता है।
कार्य (Functions):
1. ऊर्जा का भंडारण – आवश्यकता पड़ने पर ऊर्जा प्रदान करता है।
2.ऊष्मा संरक्षण – शरीर को ठंड से बचाता है।
3.यांत्रिक सहारा – आंतरिक अंगों को झटकों से सुरक्षा देता है।
4.हार्मोन स्राव – जैसे लेप्टिन, जो भूख को नियंत्रित करता है।
5. इंसुलिन संवेदनशीलता और चयापचय को प्रभावित करता है।
प्रकार (Types of Adipose Tissue):
1. श्वेत वसा ऊतक (White Adipose Tissue – WAT):
- शरीर में सबसे सामान्य प्रकार का वसा ऊतक।
- इसमें एक बड़ी वसायुक्त रिक्तिका होती है।
- कार्य: ऊर्जा भंडारण, ऊष्मा संरक्षण, और अंगों की सुरक्षा।
2.भूरा वसा ऊतक (Brown Adipose Tissue – BAT):
- नवजात शिशुओं और ठंडे वातावरण वाले वयस्कों में पाया जाता है।
- इसमें अनेक छोटी वसायुक्त रिक्तिकाएं और अधिक माइटोकॉन्ड्रिया होते हैं।
- कार्य: ऊष्मा उत्पादन (Thermogenesis) — शरीर को गर्म बनाए रखना।
वसा ऊतक के स्थान (Location):
- त्वचा के नीचे: उपचर्मीय वसा (Subcutaneous fat)
- वृक्क, यकृत, हृदय के चारों ओर: अंगों की सुरक्षा के लिए
- अस्थि मज्जा: ऊर्जा भंडारण और रुधिर निर्माण सहायक
- जठर क्षेत्र: आंतों और पेट के अंगों की सुरक्षा
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