Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

Responsive Advertisement

"Question Answer Topic 2”

Class - 12

Subject- hindi

                          Topic- 2.   वापसी

 लेखक का नाम- उषा प्रियवंदा 

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1 सही विकल्प चुनकर लिखिए-

क) उषा प्रियंवदा निम्न गद्य की लेखिका है-

उत्तर:- वापसी।

ख) गजाधर बाबू किस विभाग में नौकरी करते थे-

उत्तर:-रेलवे ।

ग) गजाधर बाबू की पुत्री का नाम था-

उत्तर:-बसंती।

घ) हिंदी कैलेंडर का नवा माह होता है-

उत्तर:- अगहन।

5) गजाधर बाबू ने गनेशी  से उसकी बिटिया की शादी करने को कहा-

उत्तर:-अगहन तक।

प्रश्न 2 रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-

1) 'वापसी' की विधा कहानी है।

2) वापसी कहानी का मुख्य पात्र गजाधर बाबू है।

3) सेठ रामजीमल की चीनी मिल थी।

4) गजाधर का बड़ा बेटा अमर था।

5) बाबूजी की चारपाई कमरे से निकाल दो। उसमें चलने तक की जगह नहीं है।

प्रश्न 3 सत्य /असत्य लिखिए-

1) 'वापसी' कहानी का प्रमुख पात्र गजाधर बाबू है।

उत्तर:- सत्य।

2) गजाधर बाबू रेलवे में नौकरी करते थे।

उत्तर:- सत्य।

3) रिटायर होने के बाद गजाधर बाबू अपने परिवार में बहुत खुश थे।

उत्तर:- असत्य।

4) अमर को अपने पिताजी से कोई शिकायत नहीं थी।

उत्तर:- असत्य।

5) रिटायर होने के बाद गजाधर बाबू ने चीनी मिल में नौकरी की।

उत्तर:- सत्य।

प्रश्न 4  सही जोड़ी बनाइए-

            (अ)                             (ब)।                 उत्तर

  ( 1)   वापसी                         चीनी मिल।            3

 ( 2)   विशाद                       ‌‌   रेलवे।                   4

 (3)  सेठ रामजीमल।                उषा प्रियंवदा।        1

(4)    गजाधर बाबू                      दुख                   2

 (5)   वापसी।                निम्न मध्यमवर्गीय गृहस्थी  5

प्रश्न 5 एक शब्द /वाक्य में उत्तर दें-

(क) गजाधर बाबू का सामान हट जाने से रेलवे क्वार्टर का कमरा कैसा लग रहा था?

उत्तर:- खाली -खाली ।

(ख) गजाधर बाबू को दी गई चाय में क्या नहीं पड़ी थी?

उत्तर:- चीनी।

(ग) 'वापसी' कहानी की लेखिका का नाम क्या है?

उत्तर:- उषा प्रियंवदा।

(घ) गजाधर बाबू ने अंत में पुनः कहां नौकरी की?

उत्तर:- चीनी मिल में।

(ड़) अमर के पिता का नाम बताओ?

उत्तर:- गजाधर बाबू।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न-

प्रश्न 1 गजाधर बाबू किस नौकरी से रिटायर हुए थे?

उत्तर:- गजाधर बाबू रेलवे की नौकरी से रिटायर हुए थे।

प्रश्न 2 परिवार वालों ने गजाधर बाबू के रहने की व्यवस्था कहां की थी?

उत्तर:- परिवार वालों ने गजाधर बाबू के रहने की व्यवस्था बैठक कक्ष में की थी।

प्रश्न 3 गजाधर बाबू ने अपनी नौकरी के कितने वर्ष अकेले व्यतीत किए थे?

उत्तर:- गजाधर बाबू ने नौकरी के 35 वर्ष अकेले व्यतीत किए।

प्रश्न 4 गजाधर बाबू के लिए मधुर संगीत क्या था?

उत्तर:- रेलवे के पहियों की खट-खट गजाधर बाबू के लिए मधुर संगीत था।

प्रश्न 5 गजाधर बाबू के स्वभाव की दो विशेषता बताइए?

उत्तर:-परिवार के प्रति समर्पित, सहनशील, स्नेही और स्नेह के आकांक्षी।

 लघु उत्तरीय प्रश्न-

प्रश्न 1 संसार की दृष्टि में गजाधर बाबू का जीवन किस प्रकार सफल कहा जा सकता था?

उत्तर:- संसार की दृष्टि में गजाधर बाबू का जीवन सफल कहा जा सकता था। उन्होंने स्वयं छोटे-छोटे स्टेशनों पर नौकरी करते हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए शहर में मकान बना दिया। बच्चों की पढ़ाई में बाधा ना हो, इसलिए उन्होंने पत्नी को बच्चे के साथ रखा तथा स्वयं अकेले जीवन व्यतीत किए।

प्रश्न 2 घर जाने की खुशी होने के बाद भी गजाधर बाबू का मन क्यों दुखी था? 

उत्तर:- घर जाने की खुशी के बाद भी गजाधर बाबू का मन इसलिए दुखी था, क्योंकि जिस जगह उन्होंने 35 वर्ष सुख से बिताए थे, उस स्थान को छोड़ने पर उन्हें दुख हो रहा था।उनका सामान हट जाने से कमरा खाली खाली लग रहा था।

प्रश्न 3 अमर को अपने पिताजी से क्या शिकायत थी?

उत्तर:- अमर को अपने पिताजी से यह शिकायत थी कि बाबूजी हमेशा बैठक में ही पड़े रहते हैं, कोई आने जाने वाला हो, तो बैठाने की जगह नहीं।

प्रश्न 4  बसंती गजाधर बाबू के किस कथन से रूठ गई थी?

उत्तर:- गजाधर बाबू ने बसंती को एक समय का भोजन बनाने को  कह दिया था तथा अड़ोस- पड़ोस में जाने से रोक लगा दी थी। इसलिए वह रूठ गई थी।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-

प्रश्न 1 गजाधर बाबू का अस्तित्व उनके परिवार का हिस्सा क्यों नहीं बन पाया ? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:- गजाधर बाबू का अस्तित्व उनके परिवार का हिस्सा इसलिए नहीं बन पाया, क्योंकि रिटायर होने के बाद वह परिवार में अपना स्थान नहीं पा सके, जो परिवार के स्वामी का होना चाहिए। बाल - बच्चों एवं पत्नी से भी उन्हें रुखा व्यवहार मिला।

प्रश्न 2 "वह जीवन अब उन्हें एक कोई निधि-सा प्रतीत हुआ" इस कथन को पाठ के आधार पर समझाइए।

उत्तर:- अपने घर आने पर गजाधर बाबू को असम्मानजनक जीवन जीने के लिए बाध्य होना पड़ा। उन्हें अब अपने नौकरी के समय की स्मृति हो रही थी, जब उन्हें बड़ा क्वार्टर मिला था, समय-समय पर चाय नाश्ता, सम्मानजनक नौकरी, रेल के पहियों की खट-खट की आवाज, जो संगीत सी लगती थी। डाक गाड़ी के इंजन उनके साथ ही थे।अपने घर की तुलना में वह जीवन उन्हें सुनहरा लग रहा था। उन्हें लग रहा था, मानो उन्होंने कोई खजाना खो दिया है।

प्रश्न 3 गजाधर बाबू के घर जाने से पहले उनके घर की क्या स्थिति थी?

उत्तर:- गजाधर बाबू के घर जाने से पहले उनका जीवन सफल कहा जा सकता था । उन्होंने शहर में एक मकान बनवा लिया था । बच्चों और पत्नी को शहर में रखा था, ताकि पढ़ाई में बाधा ना हो। घर में अमन चैन था, उनका साम्मान था। सब उनका आदर करते थे। पत्नी उन्हें आग्रह से खाना खिलाती थी।

प्रश्न 4  'वापसी' कहानी के शीर्षक के औचित्य पर अपने विचार लिखिए।

उत्तर:- 'वापसी' कहानी के शीर्षक के औचित्य पर अपने विचार है, जो कि सटीक है। गजाधर बाबू इस कहानी के केंद्रीय पात्र है। परिवार के लिए उन्होंने बहुत त्याग किया है। बच्चों की पढ़ाई के लिए शहर में मकान बनवाया। बच्चों की पढ़ाई में बाधा ना हो, इसलिए उन्होंने पत्नी को बच्चों के साथ रखा। स्वयं 35 वर्ष तक अकेले रहें।

रिटायर होने पर वे अपने घर आए। सुख से रहने के जो स्वप्न उन्होंने सजो के रखे थे, यहां आकर वह धराशायी हो गए। पत्नी और बच्चों का रुखा व्यवहार,अपमान भरा जीवन उन्हें घर से बाहर जाने को बाध्य कर रहा था। अचानक उन्हें सेठ रामजीमल कि चीनी मिल में नौकरी मिल जाती है। यह मिल वही थी, जहां वे पूर्व में नौकरी करते थे। यह 'वापसी' गजाधर बाबू के लिए सुखद अनुभूति थी।

प्रश्न 5 गजाधर बाबू ने पत्नी के स्वभाव में क्या क्या परिवर्तन देखें?

उत्तर:- गजाधर बाबू ने पत्नी के स्वभाव में अनेक परिवर्तन देखें। जब वे नौकरी में थे और शहर में आते थे, तो उनकी पत्नी उनका स्वागत बड़े प्रेम से करती थी। उन्हें आग्रह पूर्वक खाना खिलाती थी,लेकिन सेनानिवृत्ति के बाद उनकी पत्नी उनसे रुखा सा व्यवहार करती, बात- बात में चिड़चिड़ापन आ जाता था। पति के साथ सहानुभूति के शब्द से दूर रसोईघर के घी- चीनी के डिब्बों में ही वह रही रहती थी। दूसरी बार चीनी मिल में नौकरी मिलने पर उसने अपने पति के साथ जाना उचित नहीं समझा।

प्रश्न 6 "अरे नरेंद्र बाबू जी की चारपाई कमरे से निकाल दें। उसमें चलने तक की जगह नहीं है"। इस पंक्ति के माध्यम से लेखिका क्या कहना चाहती है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:- इस पंक्ति के द्वारा लेखिका कहना चाहती है कि गजाधर बाबू की पत्नी भी गजाधर बाबू के सुखी जीवन के लिए प्रयासरत नहीं थी। मकान छोटा था, लेकिन अपने पति के लिए सम्मानजनक स्थान दिया जा सकता था। चीनी मिल में ही जाते ही पत्नी के द्वारा बाबूजी की चारपाई कमरे से निकालने की बात स्पष्ट करती है कि बाबूजी की पत्नी के हृदय में बाबूजी के प्रति दया के भाव नहीं थे। वह उन्हें एक तरह से बोझ समझती थी।

प्रश्न 7 गजाधर बाबू दोबारा चीनी मिल की नौकरी पर क्यों गए?

उत्तर:- गजाधर बाबू की इच्छा नहीं थी कि वह रिटायर होने के बाद पुनः नौकरी पर जाए। लेकिन अपने घर के शांत वातावरण ने उन्हें क्षुब्ध कर दिया था। वह अपने ही घर बिना बुलाए मेहमान की तरह जीवन व्यतीत कर रहे थे। जब उन्हें चीनी मिल से नौकरी का आदेश प्राप्त हुआ, तो पुनः सम्मानजनक जीवन जीने के लिए वे चीनी मिल की नौकरी पर चले गए।

भाषा अध्ययन-

प्रश्न 1 नीचे दिए गए गद्यांश में उचित विराम चिन्ह लगाइए

उत्तर:- नारद ने पूछा, उस पर आयकर तो बकाया नहीं था? हो सकता है, उन लोगों ने रोक लिया हो। चित्रगुप्त ने कहा-"आय होती तो कर होता, भूखमरा था।" "नारद बोले मामला बड़ा दिलचस्प है। अच्छा मुझे उसका नाम पता तो बताओ, मैं पृथ्वी पर जाता हूं।"

प्रश्न 2 निम्नलिखित शब्दों में से तत्सम, तद्भव, देशज और विदेशी शब्द छाटकर लिखिए-

बॉक्स, विषाद, वर्ष, दूरी, रात्रि, खिन्नता, स्निग्ध, आखिरी, प्रकृति, आकांक्षी, धप्प, उन्मुक्त, छोर, टोन।

उत्तर:- तत्सम-   विषाद, वर्ष, रात्रि, स्निग्ध, खिन्नता, प्रकृति, आकांक्षी, उन्मुक्त

तद्भव -  आखिरी, छोर

देशज-  दुहरी, धप्प 

विदेशी- बॉक्स, टोन

प्रश्न 3 दिए गए मुहावरों और कहावतों  का वाक्य में प्रयोग कीजिए-

उत्तर:- ऊंट के मुंह में जीरा- भूखे रामू को एक चपाती दी गई। यह उसके लिए ऊंट के मुंह में जीरा के समान था।

मुंह लटकाना-  दुखी रामू अपने परिवार की दयनीय दशा को देख मुंह लटका कर रह गया।

मुंह बनाना- आजकल के बच्चे जरा- जरा सी बात पर मुंह बनाते रहते हैं।

अपने मुंह मियां मिट्ठू बनाना-  रामू थोड़ी सी अंग्रेजी क्या सीख गया, दूसरों के सामने अंग्रेजी बोल कर अपने मुंह मियां मिट्ठू बनना था रहता है।

प्रश्न 4 शरीर के निम्नलिखित अंगों पर बनने वाले मुहावरे लिखिए-

उत्तर:- आंख - आंख लाल होना, आंखें दिखाना।

          नाक  -  नाक नीची होना, नाक भौं सिकोड़ना।

          कान  -  कान का कच्चा, कान पर जूं तक न रेंगना।

         हाथ -  हाथ पर हाथ धरे बैठे रहना हाथ साफ करना।

         पैर  - ‌‌ पैर पटकना, अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना। 

प्रश्न 5 निम्नलिखित वाक्यों के विपरीत अर्थ लिखकर वाक्य पूरा करें-

उदाहरण  -  जैसे ही पिताजी बाहर आए रूपा अंदर की तरफ भागी।

उत्तर:- 1) विश्व में जन्म एवं मृत्यु अवश्य भावी है।

2) इस संसार में देवता और दानव दोनों ही तरह के लोग हैं।

3) रावण से राम की शत्रुता थी, तो सुग्रीव से मित्रता।

4) उसने रात और दिन एक कर दिए।

 प्रश्न 6 अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का प्रचार - प्रसार किस प्रकार हो रहा है?

उत्तर:- हिंदी अहिंदी भाषी राज्यों की संपर्क भाषा भी है। यह बहुत तेजी से अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठित होती जा रही है। भारत के अतिरिक्त विदेशों के लगभग 90 विश्वविद्यालयों में हिंदी का अध्ययन - अध्यापन हो रहा है। विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली चीनी, अंग्रेजी के बाद हिंदी का स्थान है।इसे संयुक्त राष्ट्र संघ की मान्य भाषाओं में सम्मिलित करने के प्रयत्न हो रहे हैं। विश्व में विभिन्न स्थानों पर विश्व हिंदी सम्मेलनों का आयोजन इसकी प्रतिष्ठा को और बढ़ा रहा है। प्रवासी भारतीय द्वारा भी साहित्य सृजन कर हिंदी को समृद्ध बनाया जा रहा है।

प्रश्न 7 राष्ट्रभाषा की प्रमुख विशेषता लिखिए।

उत्तर:- राष्ट्रभाषा:- जब किसी भाषा को समस्त राष्ट्र की भाषा मान लिया जाता है, तब वह राष्ट्रभाषा कहलाती है। राष्ट्रभाषा, भाषा का वह व्यापक रूप है,जिसका व्यवहार समस्त राष्ट्र में होता है। राष्ट्रभाषा वस्तुत: देश की संस्कृति एवं देश के आदर्शों तथा देशवासियों की आकांक्षाओं की अभिव्यक्ति करती है। वही भाषा राष्ट्रभाषा बन सकती है, जिसमें सामर्थ्य हो कि वह देश के विभिन्न भागों के निवासियों के मध्य संपर्क स्थापित कर सके तथा अन्य भाषाओं एवं विभाषाओ  की प्रगति में सहायक बने सके।

Post a Comment

0 Comments