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ऊतक की संरचना और उनका कार्य! Tissue Structure and Their Function

परिचय:हमारे शरीर में लाखों-करोड़ों कोशिकाएँ होती हैं, जो विशेष प्रकार के कार्यों को करने के लिए एकसाथ मिलकर समूह बनाती हैं। इन समूहों को ऊतक (Tissue) कहा जाता है। ऊतक शरीर की संरचना और कार्यात्मक इकाई के रूप में कार्य करते हैं। अलग-अलग प्रकार के ऊतक शरीर के विभिन्न भागों में विभिन्न कार्यों को संपन्न करते हैं।

ऊतक के प्रकार और उनके कार्य

मुख्य रूप से पशु ऊतकों को चार भागों में बाँटा गया है:

1) एपिथीलियल ऊतक (Epithelium Tissue)

2) संयोजी ऊतक (Connective Tissue)

3) पेशीय ऊतक (Muscular Tissue)

4) तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue):

1. एपिथीलियल ऊतक (Epithelium Tissue):

संरचना:

ये ऊतक कोशिकाओं की एक परत से बने होते हैं, जो आपस में बहुत निकटता से जुड़ी होती हैं और इनके बीच बहुत कम अंतराल होता है।

कार्य:

यह ऊतक शरीर की आंतरिक और बाहरी सतह को ढकता है।

यह अवशोषण, स्रवण (secretion), उत्सर्जन (excretion), और सुरक्षा का कार्य करता है।

जैसे – त्वचा की ऊपरी परत, आंतों की भीतरी सतह आदि

2. संयोजी ऊतक (Connective Tissue):

संरचना:

यह ऊतक कोशिकाओं के साथ-साथ बहुत अधिक मात्रा में अंतःकोशिकीय द्रव्य (matrix) से बना होता है।

कार्य:

यह शरीर के अंगों को जोड़ने और समर्थन देने का कार्य करता है।

रक्त, अस्थि (हड्डी), कंडरा (tendon), लिगामेंट आदि इसी के उदाहरण हैं।

यह पोषण, संरक्षण और शरीर की संरचना बनाए रखने में सहायता करता है।

3. पेशीय ऊतक (Muscular Tissue):

संरचना:

यह ऊतक लंबी और संकुचित होने वाली तंतुयुक्त कोशिकाओं से बना होता है, जिन्हें पेशी तंतु कहते हैं।

कार्य:

यह ऊतक गति प्रदान करने का कार्य करता है।

इसमें तीन प्रकार होते हैं – कंकाल पेशियाँ (skeletal), हृदय पेशियाँ (cardiac), और असंकलित पेशियाँ (smooth)।

ये संकुचन और शिथिलता के माध्यम से शरीर के अंगों को गतिशील बनाते हैं।

4. तंत्रिका ऊतक (Nervous Tissue):

संरचना:

इस ऊतक की कोशिकाओं को न्यूरॉन कहते हैं। ये कोशिकाएँ लंबी, शाखित और विद्युत संकेतों को संप्रेषित करने में सक्षम होती हैं।

कार्य:

यह ऊतक संवेदनाओं को ग्रहण करके मस्तिष्क और शरीर के अन्य भागों तक सूचना पहुंचाता है।

यह सोचने, महसूस करने और प्रतिक्रिया देने में मदद करता है।

मस्तिष्क, रीढ़ की हड्डी और तंत्रिकाएं इसके उदाहरण हैं।

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